देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने छोटे डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए 1,000 रुपये तक के आईएमपीएस (तत्काल भुगतान सेवा) हस्तांतरण पर शुल्क समाप्त कर दिया है। इससे पहले 1,000 रुपये तक के आईएमपीएस लेनदेन पर देय सेवाकर के साथ स्टेट बैंक प्रति लेनदेन 5 रुपये का शुल्क वसूल रहा था।
उल्लेखनीय है कि आईएमपीएस एक त्वरित अंतर बैंकिंग इलेक्ट्रॉनिक कोष हस्तांतरण सेवा है। इसका उपयोग मोबाइल फोन और इंटरनेट बैंंिकग दोनों माध्यम से किया जा सकता है। बैंक ने कहा, ‘‘छोटे लेनदेन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उसने 1,000 रुपये तक के आईएमपीएस हस्तांतरण पर शुल्क माफ कर दिया है।
माल एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू होने के बाद वित्तीय लेनदेन पर 18% की दर से कर लगाए जाने की सूचना देने के दौरान उसने यह जानकारी दी। अब 1,000 रुपये तक के आईएमपीएस हस्तांतरण पर शुल्क माफ होगा जबकि 1,000-1,00,000 रुपये के लेनदेन पर 5 रुपये और 1,00,000 रुपये-2,00,000 रुपये पर 15 रुपये शुल्क देय होगा।
बता दें कि इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने होम लोन की ब्याज दरों में कटौती की थी। एसबीआई ने 30 लाख रुपये तक के होम लोन पर ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कटौती की है। अब 30 लाख रुपये तक का होम लोन ग्राहकों को 8.35 फीसदी की ब्याज दर पर मिलेगा। इससे पहले इन ग्राहकों को 8.60 फीसदी की दर से ब्याज देना होता था। नई दरें 9 मई से लागू हो जाएंगी। वहीं 30 लाख रुपये से ज्यादा के होम लोन पर एसबीआई ने 10 बेसिक प्वाइंट घटाए हैं। अब 30 लाख रुपये से ज्यादा के लोन पर 0.10 फीसदी कम ब्याज देना होगा। पिछले महीने एसबीआई ने बेस रेट को 9.25 फीसदी से घटाकर 9.10 फीसदी कर कर दिया था। इस साल जनवरी में देश के सबसे बड़े बैंक ने लेंडिंग रेट (MCLR) में मामूली सी कटौती की थी।
एसबीआई के मुताबिक, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्राहक 2.67 लाख रुपये की ब्याज सब्सिडी भी ले सकते हैं। वहीं, एसबीआई ने बताया कि अगर कोई नौकरी करने वाली महिला कस्टमर होम लोन लेती है तो उसे 8.35 फीसदी की ब्याज दर पर लोन मिलेगा। वहीं दूसरे ग्राहकों को होम लोन 8.40 फीसदी की दर पर मिलेगा। यह ऑफर केवल 9 मई से 31 जुलाई तक लिए जाने वाले होम लोन पर ही लागू होगा।